tag:blogger.com,1999:blog-4361803836401417947.post4449547273226315869..comments2023-09-10T00:45:43.086-07:00Comments on दिल्ली दरभंगा छोटी लाइन...: वो जो हमसे कह न सके दिल ने कह दियाAvinash Dashttp://www.blogger.com/profile/17920509864269013971noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-4361803836401417947.post-12459160303889056502007-11-06T03:06:00.000-08:002007-11-06T03:06:00.000-08:00bade zalim kism ke insaan ho yaar tum,maan ke chal...bade zalim kism ke insaan ho yaar tum,maan ke chal raha tha ki sab bhul-bhula chuka hoon,lekin tumne alag-alag duration ke 3-4 zakhm hare kar diye....ufff... Gajraj...Gajraj Raohttps://www.blogger.com/profile/05206639397642413680noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4361803836401417947.post-89716532577278444122007-11-01T02:07:00.000-07:002007-11-01T02:07:00.000-07:00प्रेम एक पुरानी कहानी है जो हर बार नई होकर हमारे स...प्रेम एक पुरानी कहानी है जो हर बार नई होकर हमारे सामने आती है . शाश्वत कथा का व्यक्तिगत-स्थानीयकृत संस्करण बहुत संजीदगी से महसूसा-लिखा गया है . और लिखें .Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4361803836401417947.post-1825337368051144342007-10-29T21:27:00.000-07:002007-10-29T21:27:00.000-07:00અતિ સુન્દરઅતિ સુન્દરअफ़लातूनhttps://www.blogger.com/profile/08027328950261133052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4361803836401417947.post-56506542819600851642007-10-29T11:18:00.000-07:002007-10-29T11:18:00.000-07:00बहुत ही सुन्दर व यथार्थ भाव दिखाता लेख है । किशोरा...बहुत ही सुन्दर व यथार्थ भाव दिखाता लेख है । किशोरावस्था की बातें, जब व्यक्ति कुछ अधिक ही भावुक व सूक्ष्मग्राही होता है । संयोग से मैं कल ही अपने स्कूल के एक मित्र से उसकी भी एक ऐसी ही सहेली की बात कर रही थी । वह भी कक्षा में आकर बैठ जाता था परन्तु हमारी वह सहेली भी लगभग तभी आ जाती थी । <BR/>घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4361803836401417947.post-8363163198304470582007-10-29T09:32:00.000-07:002007-10-29T09:32:00.000-07:00आपका दर्द मेरे दर्द सा क्यों है.....अच्छा है भाईआपका दर्द मेरे दर्द सा क्यों है.....<BR/>अच्छा है भाईबोधिसत्वhttps://www.blogger.com/profile/06738378219860270662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4361803836401417947.post-79143709547392361462007-10-29T08:27:00.000-07:002007-10-29T08:27:00.000-07:00अरे वाह, बड़ा जिन्दा दर्दनामा है. बिल्कुल अपनी सी क...अरे वाह, बड़ा जिन्दा दर्दनामा है. बिल्कुल अपनी सी कहानी लगी. यह दीगर बात है कि हम ११वीं क्लास में गये बिना नागा, रोज नहाकर. :)<BR/><BR/>-बेहतरीन भाई!! और सुनाओ आगे का किस्सा.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4361803836401417947.post-74044745322630655912007-10-29T04:36:00.000-07:002007-10-29T04:36:00.000-07:00बहुत बढ़िया शीर्षक है; पर समझ में नहीं आया। पहली बा...बहुत बढ़िया शीर्षक है; पर समझ में नहीं आया। पहली बार ऐसा कथ्य देखने-सुनने को मिला है! बधाई!!<BR/><BR/>(ये तो सुना था कि जो कह न सके वह आँखों ने कह दिया हो, या हाव भाव ने कह दिया हो)अनुनाद सिंहhttps://www.blogger.com/profile/05634421007709892634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4361803836401417947.post-55476983191250262612007-10-29T02:20:00.000-07:002007-10-29T02:20:00.000-07:00अविनाश जी……एक गज़ल याद आ गयी……दिल ही दिल मे सुलग के...अविनाश जी……एक गज़ल याद आ गयी……<BR/><BR/>दिल ही दिल मे सुलग के बुझे हम<BR/>और सहे गम दूर ही दूर,<BR/>तुमसे कौन सी आस बन्धी थी<BR/>तुमसे रहे हम दूर ही दूरपारुल "पुखराज"https://www.blogger.com/profile/05288809810207602336noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4361803836401417947.post-50003504952443536012007-10-29T00:10:00.000-07:002007-10-29T00:10:00.000-07:00भाई अविनाश, नोस्टाल्जिया तो नोस्टाल्जिया है। आप का...भाई अविनाश, नोस्टाल्जिया तो नोस्टाल्जिया है। आप का दर्दनामा (?) पढ़ के कुछ बहुत सारा एक साथ आगे आ गया। अच्छा है "... कैसे ज़माने ए गम-ए- जानां तेरे बहाने याद आए"।Ashok Pandehttps://www.blogger.com/profile/03581812032169531479noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4361803836401417947.post-68881638388238581922007-10-28T23:46:00.000-07:002007-10-28T23:46:00.000-07:00are bhai....loun hain vo??are bhai....loun hain vo??Ashish Maharishihttps://www.blogger.com/profile/04428886830356538829noreply@blogger.com